हमारे शरीर में ACL (Anterior cruciate ligament) एक ऐसी ligament होती है जो हमारे घुटनो को सही रखने में help करती है। जब तेज़ खिचाव के कारण ये ligament टूट जाती है या कमजोर पढ़ जाती है तो ये एसीएल चोट बन जाती है और इसे ACL injury भी कहते है। 

इस चोट के होने से व्यक्ति के घुटनो में काफी pain होता है कभी कभी चला भी नहीं जाता। इस blog के माध्यम से हम एसीएल चोटों (ACL injuries) के बारे में आम गलत धारणाओं को हटाने और इस संबंध में सत्य की ओर प्रकाश डालने की कोशिश करेंगे। 

ACL चोट के लक्षण

सही लक्षण का पता ना होने के कारण अक्सर लोग इसे आम चोट समझ लेते है और बाद में पछताते है। इस section में हम ACL चोट के लक्षण के बारे में बात करेंगे जो आपको अपनी चोट की कंडीशन समझने में help करेंगें।

Sudden pain: घुटने में तीव्र और अचानक दर्द होना, खासकर चोट लगने के तुरंत बाद।

सूजन (Swelling): चोट के कुछ ही घंटों के भीतर घुटने में सूजन उत्पन्न होना।

आवाज: चोट के समय घुटने में एक जोरदार ‘पॉप’ की आवाज सुनाई देना।

ढीलापन या अस्थिरता: घुटने में अस्थिरता महसूस होना, जैसे घुटना ढीला हो गया हो या फिर टूट गया हो। 

चलने में कठिनाई (Difficulty in walking): घुटने को मोड़ने या चलने में कठिनाई होना।

Redness: घुटने के चारों ओर लालिमा या नीलापन दिखाई देना।

यदि आपको लगता है कि आपको ACL injury है, तो तुरंत Dr Debashish Chanda की सलाह लें। वह आपकी चोट की गहराई, उसके treatment के विकल्पों और आपको जल्दी recovery के लिए क्या करना चाहिए, के बारे में विवरण से जानकारी प्रदान कर सकते हैं।

ACL चोट की गलत धारणाएं और उनका सच

ACL चोट के बारे में कुछ गलत धारणाएं हैं जिसे हम यहाँ स्पष्ट कर रहे हैं, इन्हें जानकार आप भी खुद को सतर्क रख सकते है।

गलत धारणा: एसीएल चोट होने पर हर बार surgery की जरूरत होती है।

सच: हर एसीएल चोट का इलाज सर्जरी से नहीं होता। कुछ मामलों में, physiotherapy और सहायक उपायों से भी ठीक हो सकता है।

गलत धारणा: एसीएल चोट से घुटने में हमेशा दर्द होता है।

सच: कभी-कभी घुटने में सूजन या discomfort हो सकती है, लेकिन हमेशा pain नहीं होता।

गलत धारणा: एसीएल चोट (ACL injury) के बाद व्यक्ति पुनः कभी भी खेल या जोर दार गतिविधियों में भाग नहीं ले सकता।

सच: सही treatment से बहुत सारे लोग पूरी तरह से ठीक होकर अपनी पिछली गतिविधियों में पुनः भाग लेते हैं।

गलत धारणा: Surgery के बाद ACL हमेशा पहले जैसा हो जाता है।

सच: बहुत सारे मामलों में, surgery सफल होती है, लेकिन यह जरूरी नहीं कि हर बार घुटना पूरी तरह से पहले जैसा हो। यह patient की चोट की गंभीरता और इलाज पर निर्भर करता है।

गलत धारणा: एसीएल चोट सिर्फ उच्च प्रदर्शन के खिलाड़ियों को होती है।

सच: ACL चोट किसी भी व्यक्ति को हो सकती है, चाहे वह खिलाड़ी हो या नहीं। यह injury अच्छा खासा जोर से घुटने पर प्रभाव पड़ने से, अचानक मोड़ने से या अन्य समस्याओं से हो सकती है।

इन धारणाओं (myth) को समझकर और उन्हें ठीक करके आप ACL injuries के प्रति अधिक जागरूक और सतर्क बन सकते हैं। यदि आपको लगता है कि आपको ACL injury हो गई है, तो तुरंत Saqsham Ortho Hospital in Gurgaon जाए और सही तरीके से checkup व सही treatment ले।

ACL चोट होने पर क्या करें?

ये कुछ सावधानी और उपाए है जो आप एसीएल (ACL) चोट होने पर अपना सकते है।

R.I.C.E थेरेपी:

  • रेस्ट (Rest): चोट लगने के बाद तुरंत आराम करें और घुटने पर ज़ोर न डालें। 
  • आइस (Ice): घुटने पर ठंडी की पोटली रखें, यह सूजन और दर्द को कम करने में मदद करेगा। 
  • कंप्रेशन (Compression): घुटने को बैंडेज या एलास्टिक बैंड से बांधें ताकि सूजन कम हो। 
  • एलिवेशन (Elevation): घुटने को ऊंचाई पर रखें, ताकि सूजन कम हो सके।

दवाई: ACL चोट लगने पर अपने आप कोई भी दवा न ले बल्कि किसी अच्छे hospital जाकर तुरंत इलाज करवाए। 

Physiotherapy: डॉक्टर की सलाह पर फिजियोथेरेपी शुरू करें, ताकि मांसपेशियां मजबूत हों और घुटने की recovery तेज हो।

Surgery (यदि आवश्यक हो): कई बार, ACL चोट की गंभीरता पर निर्भर करते हुए, सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। पर जरुरी नहीं की हर बार surgery आवशयक हो कुछ ACL injury सिर्फ medications से भी ठीक हो जाती है। 

Exercise और rehabilitation: चोट ठीक होने के बाद, धीरे-धीरे और ध्यान से व्यायाम और रिहैबिलिटेशन क्रियाएं शुरू करें।

यदि आपको लगता है कि आपकी ACL चोट हो गई है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। उन्हें चोट के कारण, लक्षण बताये और उचित उपचार के लिए उनकी सलाह मानें।

ACL चोट होने पर क्या न करें?

एसीएल (ACL) चोट होने पर कुछ ऐसी बातें है जिनसे आपको बचना चाहिए।

घुटने पर ज्यादा दबाव न दें: अक्सर पता न होने की वजह से लोग सही से ध्यान नहीं देते जिसके कारन चोट और गंभीर रूप ले लेती है। इसलिए घुटने को ज़ोर से मोड़ने या उस पर ज़ोर डालने से बचें। 

ठंडी और गरमी: ठंडी की पोटली लगाते समय सीधे त्वचा पर न रखें, इससे frost bite का खतरा हो सकता है।

चोट के तुरंत बाद गरम पानी या हीटिंग पैड का इस्तेमाल न करें।

अपने आप दवा न ले: Doctor की सलाह के बिना कोई भी दवाएं न लें।

व्यायाम और खेल: चोट होने के बाद तुरंत व्यायाम या खेल न खेलें, इससे चोट और भी गंभीर हो सकती है।

Rest ना करना: चोट होने के बाद शरीर को आराम की जरूरत होती है, इसलिए उचित रेस्ट न करना भी एक गलती हो सकती है।

Conclusion

ACL चोटों के बारे में myth और गलत धारणाएं अक्सर हमें misguide कर देती हैं। कई लोग इसे तुरंत ठीक हो जाने वाली चोट समझते हैं, जबकि दूसरों का मानना है कि इसका इलाज संभव नहीं है। 

वास्तविकता यह है कि एसीएल चोट का उपचार संभव है। Doctors की सलाह, proper medications, और नियमित physiotherapy के माध्यम से पूर्ण रूप से ठीक होना संभव है। हमें इस चोट को हल्के में नहीं लेना चाहिए। सही जानकारी और उचित चिकित्सा परामर्श ही हमें इस चोट से बचाव और सही recovery में मदद कर सकते हैं।

अगर आप भी एसीएल चोट से प्रभावित है और इसके इलाज के लिए सही hospital की तलाश कर रहे है तो अभी ACL Hospital in Gurgaon  से संपर्क करें।