जब हम बात करते हैं घुटनों के joint बदलने की, वह आमतौर पर old age या किसी चोट के कारण होता है। कई बार, arthritis के कारण भी जोड़ क्षतिग्रस्त हो जाते हैं।दर्द से भरा घुटना या किसी अन्य joint की समस्या से पीड़ित व्यक्तियों के लिए, knee replacement या total knee replacement (TKR) यानी जोड़ बदलने की surgery एक विकल्प है। लेकिन, क्या यह surgery सभी के लिए उपयुक्त है? और इसकी जरूरत क्यों पड़ती है? ये सब कुछ हम इस blog में जानेंगे।
घुटनों के जोड़ को क्यों बदला जाता है?
घुटनों के joint को बदलने की सोच भी एक बड़ा decision होता है। लेकिन कब आपको यह कदम लेना चाहिए? यह सवाल कई factors पर निर्भर करता है।
बार–बार दर्द होना
घुटने की replacement surgery के लिए मुख्य संकेत में से एक यह है कि घुटने के जोड़ में स्थायी और दर्दनाक दर्द हो। यह अक्सर बना रहता है और चलने, सीढ़ियों को चढ़ने या बैठक से उठने जैसी सभी physical activities को प्रभावित कर सकता है।
चलने की कठिनाई होना
जब घुटने का दर्द आपकी रोजाना की कार्यों को करने की क्षमता को सीमित कर देती है, तो यह एक संकेत हो सकता है कि आपको surgery की आवशयकता है। यदि आपके लिए मौजूदा जीवन के आम कार्यों को निभाना लगभग असंभव हो रहा है, तो knee replacement surgery ही एक option है।
जीवन की गुणवत्ता पर प्रभाव
जब घुटने का दर्द आपकी जीवनशैली को सिरे से प्रभावित करने लगता है और जिससे आप daily की activities नहीं कर पाते तब आपके लिया ये surgery आवशयक हो जाती है।
आयु और स्वास्थ्य स्थिति
युवा patients को सर्जरी की surgery कम आवशयकता पढ़ती है लेकिन old age लोगो के पास अधिक option नहीं होते इसलिए उन्हें ये करवानी पढ़ती है
Knee replacement surgery करवाने का निर्णय एक महत्वपूर्ण है और इसे आपके दर्द, चलने की क्षमता और सम्पूर्ण स्वास्थ्य की जांच पर आधारित होता है।”
घुटनों के जोड़ को कब बदला जाता है? Need For Knee Replacement
Orthopedic surgeons decide करते हैं कब जोड़ बदलना है। X-ray और MRI scans भी इन decisions में मदद करते हैं। अगर painkillers या physiotherapy से आराम नहीं आ रहा, तो surgery का सोचा जाता है।
Knee replacement सर्जरी, यानी “arthroplasty,” को एक आखिरी विकल्प के रूप में विचार किया जाता है। यह सर्जरी काफी महंगी भी हो सकती है, इसलिए लोग आमतौर पर इससे बचते हैं। लेकिन जब घुटने की condition बहुत खराब हो जाती है, और आप normal activities को नहीं कर पाते, तब यह surgery की जाती है।
Surgery के बाद, proper rehabilitation आवश्यक है। Physical therapy के sessions करना महत्वपूर्ण है, ताकि नया जोड़ सही रूप से काम कर सके। इसके अलावा, सर्जन अक्सर सुझाव देते हैं कि अपने जीवनशैली में परिवर्तन लाएं, जैसे कि weight loss और exercise, इससे नया joint सही से काम करता है।
जिन लोगों में diabetes, obesity या अन्य chronic conditions हो, उन्हें इस ऑपरेशन के जोखिमों का ध्यान रखना पड़ता है। वे अक्सर surgery से पहले कई test से गुजरते हैं।
अगर आपको लगता है कि आपको घुटनों के जोड़ बदलने पड़ेंगे, तो सबसे पहला कदम होता है doctor से परामर्श करना। किसी भी चिकित्सा प्रक्रिया से पहले, अच्छे से research करना और सभी options को ध्यान में रखना जैसे financial condition आदि।
यदि घुटने में लगातार pain रहता है, तो doctor से आज ही मिले। Contact Saqsham Ortho.
घुटनों के जोड़ को कैसे बदला जाता है
घुटनों के जोड़ बदलने की प्रक्रिया, जिसे knee replacement या total knee replacement (TKR) कहा जाता है, काफी जटिल होती है और इसमें विशेषज्ञ कौशल की आवश्यकता होती है। सबसे पहले, orthopedic surgeon आपका test करता है। उनका प्रमुख कार्य यह है कि यह पता लगाना कि क्या surgeryआवश्यक है।
जब सब तय हो जाता है, तैयारी शुरू होती है सर्जरी की। मरीजों को anesthesia दिया जाता है ताकि कोई असुविधा न हो।
सर्जन फिर चीरा लगता है घुटने के चारों ओर और पुराने cartilage और अन्य ऊतकों को निकाल देता है। उसके बाद, एक artificial joint, जो कि आमतौर पर titanium या उच्च गुणवत्ता वाले material से बनता है, fix करता है।
सर्जरी के बाद-चरण में, rehabilitation की भूमिका महत्वपूर्ण है। Physiotherapy के सत्रों और विशेष exercises का पालन करना पड़ता है। यह सुनिश्चित करता है कि नया जोड़ सही रूप से काम कर रहा है और आपकी चलने की क्षमताओं की समस्याएँ हल हो गईं हैं।
Pain management भी सर्जरी के बाद महत्वपूर्ण है। मजबूत painkillers दिए जाते हैं लेकिन उनका विवेकपूर्ण उपयोग करना पड़ता है। दवाइयों पर अत्यधिक निर्भरता side effects का कारण बन सकता है।
Knee replacement surgery के बाद एक और विचार यह भी है कि क्या जीवनशैली में परिवर्तन लाने पड़ेंगे। जैसे, यदि आप बढ़े हैं, तो वजन घटाने की आवश्यकता हो सकती है। अक्सर, एक संतुलित आहार और नियमित व्यायाम भी सिफारिश की जाती है।
उन व्यक्तियों को जिनमें पहले से कुछ स्वास्थ्य समस्याएँ हैं जैसे डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, या दिल की समस्याएँ, उन्हें सर्जरी से पहले अतिरिक्त पूर्व सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्हें और जांचों और दवाओं की आवश्यकता हो सकती है।
तो, अगर आपके घुटने में गंभीर समस्या है, और सोच रहे हैं कि क्या जोड़ बदलना पड़ेगा, तो एक योग्य डॉक्टर से परामर्श करें। वित्तीय पहलु भी जरूर ध्यान में रखें, क्योंकि सर्जरी आमतौर पर महंगी होती है। उचित योजना और योग्य चिकित्सा देखभाल के साथ, आपकी सर्जरी सफल हो सकती है।
Conclusion
Knee replacement की surgery एक जटिल और महंगा विकल्प है, लेकिन जब कोई अन्य विकल्प नहीं होता, तब यह आपको अपनी पुरानी जीवन को वापस दे सकता है। अगर आपको लगता है कि आपको अपने knee replacement joint बदलने पड़ेंगे, तो doctor के साथ परामर्श करे। इसके लिया आप Saqsham Ortho से संपर्क करें|
FAQs About Knee Replacement और TKR
Knee replacement surgery कितनी सफल है?
घुटने की replacement surgery का सफलता दर आजकल काफी ज्यादा है, लगभग 90-95% लोग इससे ठीक हुए है। लेकिन, सर्जन की विशेषज्ञता, सर्जरी के बाद की देखभाल और मरीज की सम्पूर्ण स्वास्थ्य भी इसमें शामिल हैं।
घुटना बदलने की सबसे सही age क्या है?
Ans. इस surgery की कोई age नहीं होती। यह पूरी तरह patient की condition पर depend करता है। लेकिन, सामान्य रूप से, 60-80 वर्ष की age के लोगो को इसकी अधिक आवशयकता पढ़ती है।
घुटने का ऑपरेशन कब तक ठीक होता है?
Ans. Knee replacement surgery के बाद, पूरी तरह ठीक होने में 3 से 6 महीने लग सकते हैं। Surgery के साथ-साथ Rehab और physiotherapy भी जरूरी है।
घुटने बदलने में कितना खर्चा आता है?
Ans. घुटने बदलने का खर्च hospital और surgeon पर depend करता है। भारत में, लगभग 4 से 6 लाख रुपये के आस-पास हो सकता है।