अनेक बार किसी चोट के परिणामस्वरूप, व्यक्ति को चलने में कठिनाई हो सकती है। इसके अलावा, आमतौर पर बढ़ते आयु के साथ-साथ लोगों को घुटनों की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वास्तव में, डॉक्टर बताते हैं कि बढ़ती आयु के साथ हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। इस संदर्भ में, कुछ लोगों को दर्द इतना बढ़ता है कि डॉक्टर को घुटनों की रिप्लेसमेंट (Knee Replacement) सर्जरी करनी पड़ती है। घुटनों के दर्द को दूर करने के लिए इस तरह की सर्जरी एक विकल्प हो सकता है। साथ ही, इससे भविष्य में होने वाली अन्य समस्याओं को भी कम किया जा सकता है। इस विषय पर आगे, हम चिकित्सा विशेषज्ञ डॉक्टर एल तोमर से जानेंगे कि घुटनों की रिप्लेसमेंट सर्जरी का सही समय कैसे निर्धारित किया जा सकता है।
घुटनों की रिप्लेसमेंट सर्जरी कब करानी चाहिए?
घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी का समय हर किसी के लिए एक समान नहीं होता है। यह निर्णय लेने में कई कारकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है, जिनमें शामिल हैं:
1.दर्द की गंभीरता:
∙घुटने के दर्द की तीव्रता और निरंतरता महत्वपूर्ण हैं।
∙असहनीय दर्द के कारण, आपकी गतिविधियों में सीमा आ सकती है और आपकी नींद में भी बाधा उत्पन्न हो सकती है।
∙आर्थोपेडिक सर्जन आपके दर्द के स्तर का मूल्यांकन करेंगे और उसके आधार पर सर्जरी की सिफारिश देंगे।
2.काम करने में परेशानी होना:
∙जब घुटने का दर्द आपकी दैनिक गतिविधियों को करने की क्षमता को सीमित कर देता है, तो यह आपके जीवन की गुणवत्ता पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।
∙यदि आप नोट करें कि आप उन गतिविधियों से बच रहे हैं जिनका आप आनंद लेते थे या सहायक उपकरणों पर निर्भर हैं, तो सर्जरी की सिफारिश का समय हो सकता है।
3.रेडियोग्राफिक रिजल्ट:
∙एक्स-रे और अन्य इमेजिंग टेस्ट से घुटनों की स्थिति का पूर्णरूप से मूल्यांकन होता है।
∙यदि आपके एक्स-रे में जोड़ों में महत्वपूर्ण गिरावट दिखती है, तो सर्जन घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी की सिफारिश करेंगे।
4.अन्य उपचारों से फर्क न पड़ना:
∙सर्जरी से पहले, आपके डॉक्टर आमतौर पर भौतिक चिकित्सा, दर्द निवारक दवाओं और इंजेक्शन जैसे अन्य उपचारों को प्रदान करने में कोशिश करेंगे।
∙यदि ये उपचार सुधारने में असफल रहते हैं, तो सर्जरी को चुना जा सकता है।
5.उम्र और जीवनशैली:
∙व्यक्ति की उम्र और जीवनशैली भी निर्णय पर प्रभाव डाल सकती हैं।
∙युवा रोगियों को सर्जरी से पहले कई अन्य ट्रीटमेंट ऑप्शन दिए जा सकते हैं, जबकि अधिक आयुवाले व्यक्तियों में घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने की अधिक संभावना हो सकती है।
6.समग्र स्वास्थ्य:
∙व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य का आकलन भी महत्वपूर्ण है।
∙हृदय रोग या डायबिटीज जैसी पुरानी स्वास्थ्य स्थितियां, सर्जिकल जोखिम बढ़ा सकती हैं।
इसलिए, सर्जन सर्जरी की सिफारिश करने से पहले समग्र स्वास्थ्य का आकलन करेंगे। समझदारी और सही निर्णय के साथ, घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी एक जीवन बदलने वाला निर्णय हो सकता है, जिसे सावधानीपूर्वक और चिकित्सक के मार्गदर्शन से लिया जाना चाहिए। इस चरण पर, हम यहां बात करेंगे कि घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी के लाभ क्या हैं।